DIVINE METHOD OF MATKA TREATMENT
BEAUTIFUL DIVINE GUIDANCE BY DIVINE SISTER DR.SADHNA SINGH
जय श्री माताजी,,
आज हम सभी करीब जब हम जल क्रिया और ध्यान कर लेंगे उसके बाद हम मटके को तैयार करेंगे।
सबसे पहले हम मटके में नींबू डालेंगे एक नींबू पर एक बार श्री गणेश मंत्र ,, इसी तरह 7 नींबू पर 7 बार गणेश मंत्र बोलेंगे और एक एक नींबू डालते जाएंगे।
हरी मिर्च पर श्री महाकाली मंत्र 1 मिर्च पर एकबार श्रीमहाकाली मंत्र इसी प्रकार सातों मिर्ची को बार-बार मंत्र करके डालते जाएंगे।
इसमें गुलाबजल डालेंगे 15-20 बूंद, 3 -4 चुटकी कुमकुम डालेंगे ड्राई कुमकुम उसके बाद हम श्री माताजी से प्रेयर करेंगे कि माताजी हमारे शरीर के अंदर जो भी समस्याएं हैं जो भी बाधाएं हैं जो भी रोग दोष है इस मटका के द्वारा निकालने की कृपा करें।
2 मिनट का ध्यान मटका के लिए कर लेंगे।
उसके बाद हम मटके का ढक्कन बंद कर देंगे। फिर जहां हम सोते हैं वहां बाएं तरफ रखलीजिए मटके को।
फिर आप जब सोएंगे तो आप पहले बंधन लेंगे बेड पर।
बंधन लेने के बाद में मटके को बिना देखे खोलेंगे।
फिर सुबह4:00 बजे जब उठेंगे तो पहले हम ढक्कन बंद करेंगे मटके का, उसके बाद हम सुबह का ध्यान करेंगे।
इसी तरह की यह क्रिया सात रात चलेगी, अगर आप बीच में बाथरूम या टॉयलेट जाते हैं तो बिना देखे आप जाएं।
मटके को बिना देखे आप जाएं,, फिर आकर सो जाए इस तरह यह क्रिया सात रात चलेगी।
आठवें दिन हम मटके को गीले आटे की लोई से उसके ढक्कन को चिपका देंगे । और आपके आसपास जहां भीआपकी सुविधा नुसार जगह है वहां इसको विसर्जन करेंगे।
मटका को विसर्जन करने से पहले राइट हैंड से 7 टाइम्स क्लॉक वाइज बंधन देंगे फिर जाकर उसको विसर्जन करेंगे।
आप दिन में मटका इधर-उधर उठा कर रख सकते हैं। क्योंकि घर में छोटे बच्चे हैं तो वो ना छुएं उसको तो मटके को आप उठाकर कहीं सेफ जगह रखेंगे और रात में सोते समय फिर अपने बेड के लेफ्ट साइड में रख के रात में सोएंगे।,,, जय श्री माताजी।
No comments:
Post a Comment